साथ
साथ
जिंदगी का साथ देना
बस उत्साह से साथ चलना
मुसकुरा कर देख लेना
फूलों संग बात करना
चिड़ियों की चहचहाहट सुनना
पत्तों की मर्मर आवाज़ पर
कभी तुम गौर कर लेना
नदियों के बहते हुए
कल कल स्वर को सुनना
जल की तरंगों संग कभी
तुम कभी गुनगुनाना लेना
शबनम की बूंदों से गीली घास पर
नंगे पांव चलकर शीतलता महसूस करना
कुदरत की हर चीज़ जिंदगी से भरी है
बस तुम्हारे पास नज़रिए की कमी है
बदलोगे खुद को जिस दिन तुम
बस पाओगे तुम जिंदगी भी
क़दम से क़दम मिलाकर
चल रही है तुम्हारे संग