डियर डायरी
डियर डायरी
19 वाँ दिन हुआ पूरा
और दो दिन काम अधूरा
प्रभु जाने क्या होगा तब
स्थिती रोज बदल जाती जब।
आज का दिन था बहुत खास
ऑनलाइन बच्चों को पढ़ाया
लिया था जोश से सबने भाग
खुश थी सफल रहा प्रयास ।
इसीलिए
सुबह जल्दी उठ सब काम किए
नौंवी कक्षा को ज़ूम पर लैक्चर दिए
उनकी जिज्ञासाओं को शान्त किया
शाम को फिर चने भटूरे के नाम किया।
कई दिनों बाद चना भटूरा बनाया
खाने का कुछ अलग मजा आया
बच्चे भी हो खुश कहने लगे
बच गया तो कल भी खा लेंगे हम।
जिंदगी इतनी आसान नहीं है दोस्तो
एक छोटे से संक्रमण की धार टिकी है
कब किसका नम्बर लग जाए
नहीं इसकी किसी को खबर नहीं है।
करती हूँ प्रभु से यही प्रार्थना
सब ठीक रहे यह मंगल कामना
न कहीं आना ,न कहीं जाना
इसी तरह कोरोना को भगाना।