साथ
साथ
वो साथ हैं मेरे
हर आंसू के गिरने पे,
जानता है मेरे कौन से आंसू किस कारण गिरे,
दुखी होता है मेरी इस मुस्कुराहट के खोने से।
वो साथ है मेरे हर बार गिरने पे,
जानता है कैसे उठाना है मुझे,
ख़ुश होते हैं कि मेरा दिल नहीं टूटा जिसमें वो रहते हैं।
वो साथ हैं मेरे
पर ज़ुबान ने कल पूछा था उनसे
क्या रहोगे साथ हमेशा?
जवाब कैसा था यह मत सोचो,
इतना मैने खुद को समझा लिया
कि जीना है मुझे हर पल
उसके लिए,
उसके साथ होकर के , उसमें होकर क्योंकि कब न जाने क्या हो जाये।
वैसे जवाब यही था कि नहीं छोडूंगा साथ तेरा चाहे तो मारे या प्यार करे
साथ तो तेरे वो बच्चे भी होंगे जो हमारी प्यारी की निशानी होंगे।

