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सामना

सामना

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अपने से 

कब तक 

भागेंगे हम,

छिपाएंगे चेहरा 

आईने से कब तक,

नजर अंदाज करेंगे अपनी 

कमियों को 

कब तक।


आओ 

अपनी 

कमियों के साथ

जीना और

मुस्कुराना सीख लें।


सामना करें

अपना 

आईने के सामने।

आसान 

हो जाएगी ज़िंदगी।


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