रंग बिखेरते फूल
रंग बिखेरते फूल
क्या सुंदर सुबह आई
रसोई का दरवाजा खोल जब मैं बाहर आई ,
देखा विविध रंग बिखेरते फूल मेरे बगिया की शोभा बढ़ा रहे हैं ।
आज तो मोगरा भी खूब खिला है गुलाब में भी पांच छे फूल आए हैं।
सदाबहार तो हमेशा ही खिलखिलाते रहता है।
आज तो लिली भी बहुत फूल रही है यह फूल भी बड़े प्यारे लग रहे हैं । हवा के कारण हिल हिल कर हमको पास बुला रहे हैं ।
सब रंग बिरंगे फूलों की खुशबू और नजारे देखने हमको अपने पास बुला रहे हैं।
बोगनविलिया, भिंडी, तुरई ,करेला टिंडोला, के फूल भी है बड़े प्यारे।
अरे यह क्या गिलोय में तो फल भी आ गये।
सुंदर लाल फल बड़े सुंदर लग रहे ।
जिस तरह मेरी बगिया के फूल रंग बिखेर रहे हैं
उसी तरह हमारी जीवन बगिया के महकते से खूबसूरत फूल देश विदेश में अपने गुणों से सुंदर खुशबू बिखेर रहे हैं ।
हम खुशनसीब हैं कि हम दोनों दो बगिया के हैं माली
जिनके प्यारी सी बगिया के फूलों की महक है भारी।
जो हमारे जीवन को बनाते हैं खुशनुमा।
और जीवन जीने का तरीका बनाते हैं खुशनुमा।