रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
तेरे हाथों में बांधा है ये बंधन
रेशम की डोर में लगा है चंदन
सदा रहे तुम पर अन्न धन
रक्षा करे तुम्हारी केसरी नंदन
भाई-बहन का पर्व है रक्षाबंधन
तुम चमको हमेशा बनके कुन्दन
स्वस्थ रहे तुम्हारा तन-मन
ना हो कभी हमारी अनबन
मेरा आशीर्वाद हो जाए सम्पन्न
ऐसा करे प्रभु तुम्हारा प्रबंधन
दौड़ पड़े तुम्हारे जीवन का इन्धन
शीघ्र करवाये तुम्हारा गठबंधन
ना लेके दो सोने के कंगन
पर आने दो अपने आंगन
ना कोई परेशानी कभी हो उत्त्पन
तुम रहो सदा सर्व सुख सम्पन्न।
