Shailaja Bhattad
Inspirational
सीमा पर खड़े भाई
निभाते सबकी रक्षा का वचन।
हम बहने भी करती
इसका अनुकरण।
भाई का संबल बन,
बढ़ाती भाई के कदम।
होली है
फूलों की होली
कान्हा होली म...
होली
अध्यात्म की य...
वसंत
प्रोत्साहन
उत्सव प्रभु र...
राम धुन अनमोल...
श्रीराम जय रा...
ग़ैरों के दुःख-दर्द को समझो, उनकी भी कुछ बात करो ! ग़ैरों के दुःख-दर्द को समझो, उनकी भी कुछ बात करो !
समय समय का खेल है, इसने राजा रंक बनाये। समय समय का खेल है, इसने राजा रंक बनाये।
फिर एक और कोशिश इस बार आंखें बंद कर मन की आंखों से देखती हूँ फिर एक और कोशिश इस बार आंखें बंद कर मन की आंखों से देखती हूँ
आज वह जमाने की छुपी कमियां हमें दिखा देते है आज वह जमाने की छुपी कमियां हमें दिखा देते है
मलाला युसुफ़ज़ई के चेहरे पर चमक है ! मलाला युसुफ़ज़ई के चेहरे पर चमक है !
यह जग तो है अति विचित्र ही, हर पल रहें सजग सावधान। यह जग तो है अति विचित्र ही, हर पल रहें सजग सावधान।
बना रहे सरहदों पर, प्यार भरा व्यवहार। बना रहे सरहदों पर, प्यार भरा व्यवहार।
अमीर और गरीब की औकात हूँ मैं रे मानव तेरा हमराह जूता कहलाता हूँ मैं। अमीर और गरीब की औकात हूँ मैं रे मानव तेरा हमराह जूता कहलाता हूँ मैं।
"समीर" के झोंके के साथ आज आ जाना मेरे पास। "समीर" के झोंके के साथ आज आ जाना मेरे पास।
महसूस करने का हुनर, सब में कहाँ होता है। दिल दुखाना किसी का भी बुरा होता है।। महसूस करने का हुनर, सब में कहाँ होता है। दिल दुखाना किसी का भी बुरा होता है।।
एक की जाति पूछता दूजा गोत्र बखानता। एक की जाति पूछता दूजा गोत्र बखानता।
स्वतंत्र होकर बराबरी, से रहने का सद्भाव हुआ। स्वतंत्र होकर बराबरी, से रहने का सद्भाव हुआ।
बांग्लादेश जन्म से पाक रोया था 1971 में। बांग्लादेश जन्म से पाक रोया था 1971 में।
जिन्दगी फासला है मंजिल का, जिसको तय करते उम्र कट जाती। जिन्दगी फासला है मंजिल का, जिसको तय करते उम्र कट जाती।
सूर्योपासना में सूर्य की किरणों को माना जाता अमृत वर्षी सूर्योपासना में सूर्य की किरणों को माना जाता अमृत वर्षी
ऐ वक़्त तुम सोचते हो मैं कमजोर हूँ? मैंने भी अब जागना सिख लिया है। ऐ वक़्त तुम सोचते हो मैं कमजोर हूँ? मैंने भी अब जागना सिख लिया है।
खून बलिदानी वीरों का लेकर, मैं अमरकाव्य लिखता रहूंगा। खून बलिदानी वीरों का लेकर, मैं अमरकाव्य लिखता रहूंगा।
एक तुम हो जो होते हुए भी पल-पल परेशान हो दिल दुख है। एक तुम हो जो होते हुए भी पल-पल परेशान हो दिल दुख है।
मैं कैसे भूल सकता हूँ हां, मैं नहीं भूल सकता हूँ। मैं कैसे भूल सकता हूँ हां, मैं नहीं भूल सकता हूँ।
काट वनवास राम,लौटे जो अवध में तो। पूरी नगरी में मानो, दिपावली आई है। काट वनवास राम,लौटे जो अवध में तो। पूरी नगरी में मानो, दिपावली आई है।