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BANDITA Talukdar

Classics

3  

BANDITA Talukdar

Classics

रिश्ते को

रिश्ते को

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क्या नाम दूँ इस रिश्ते को

जो मे सालों से निभाती

आ रही हूँ !


क्या नाम दू इस रिश्ते को

जिससे तुम हमेशा

भागते आयी हो।


कैसे जुड़ो दिल की तार तुमसे

तुमतो पहली ही किसीकी दिल

की तर बन चुके हो !


यह तो बस मेरी खूबी है

जो हसीं बन के होठों पे

आज भी बिखर रही है

दोनों की खुशियाँ जाहिर जो

करती !


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