STORYMIRROR

BANDITA Talukdar

Others

2  

BANDITA Talukdar

Others

श्राद्ध

श्राद्ध

1 min
108

शब्दों को आज़ाद तो

उसी दिन कर दी थी

जिस दिन तुमने

मेरे शब्दों का श्राद्ध

कर दिया था।


जो जुबां से नहीं बोल पाती थी

वो शब्दों से ही तो बोलती थी।

तुमने तो ऐसा घायल किया

मेरे हाथों की जुबां भी

एक ही बार में छिन ली...



Rate this content
Log in