रामराज्य
रामराज्य
अपने देश को रामराज बनाए हम
मां,बहन, बेटी की सुरक्षा के लिए
सदैव तत्पर हो जाएं हम
काश हर भाई लक्ष्मण की तरह
उनको सुरक्षा का आभास कराएं
ना डर हो ना ही किसी पर शक हो
हो तो केवल एक चेहरे पर मुस्कान
इस तरह अपने देश को रामराज बनाने
के लिए पहला कदम उठाएं हम
आओ एक रामराज्य बनाएं हम।
आओ शपथ लें, कि अपने देश में कोई
वृद्धाश्रम ना हो, ना किसी मां बाप की आंखों
में दर्द के आसूं हों।
हर बेटा , राम, भरत, लक्ष्मण ,शत्रुघ्न हो
एक बार फिर उनको सम्मान
का जीवन लौटाएं हम
आओ एक रामराज्य बनाएं हम।
आओ एक खुशनुमा कोशिश करके
हर बच्चे के हाथ में भीख के कटोरे
की जगह ,कलम किताब थमाएं हम
किताबों के हर पन्ने से उनकी पहचान करा
उनके भविष्य को उज्जवल बनाएं हम
अपने देश को रामराज बनाएं हम।
एक ही रीत थी पहले रामराज्य की
उसको एक बार फिर लेकर आएं हम
"रघुकुल रीत सदा चली आई
प्राण जाए पर वचन न जाए"
अपना कर हर जात पात को मिटा कर
एक ही धर्म का डंका बजाएं हम
आओ अपने देश को रामराज्य बनाएं हम।