राम नाम ( 42 )
राम नाम ( 42 )
इस जग में राम नाम ही बड़ा,
जिस ने जपा इस नाम को पार है उसका बेड़ा ,
रामजी ने सिखाए कई पाठ सिख के,
हम सब भी ले मर्यादा पुरुषोत्तम से सिख,
संघर्ष भरे जीवन में आते हैं कई चढ़ाव- उतार,
डटे रहो तुम धीर, वीर और गम्भीर बन कर,
इक दिन मिल ही जाएगी मंजिल तुम्हारी,
राज विलासिता छोड़ चले चौदह वर्ष को वनवास,
कंद- मुल खाकर किया पूरा वनवास,
रावण का वध करके धर्म विजय बने,
दे गए सबको सच्ची सीख ,
धूप -छांव और सुख- दुख में डटे रहना,
हार कभी न मानना जीवन में।
