Sandeep Sharma
Action
धरती नहीं देंगे मरने
सजायेेंगे सवारेेंगे
पेड़ों से सजा देंगे।
वयं रक्षाम् व...
दीप
सपने
बुजुर्ग
परिश्रम
तानाशाही
ताकत
सरस्वती मंदिर
पर्यटन
प्रेम
मां भारती के वीर सपूतों को शत-शत प्रणाम। मां भारती के वीर सपूतों को शत-शत प्रणाम।
यहाँ से उठ गया दाना पानी लो अब हम तो सफ़र करते हैं। यहाँ से उठ गया दाना पानी लो अब हम तो सफ़र करते हैं।
स्कूलों की बिल्डिंग चारदीवारी के अंदर बंद हो है गई। स्कूलों की बिल्डिंग चारदीवारी के अंदर बंद हो है गई।
खौफनाक तूफानों से जान को बचाये रखना खौफनाक तूफानों से जान को बचाये रखना
खामोशी को तोड़ते हैं मुस्कराहट चेहरे पर लाते हैं हम। खामोशी को तोड़ते हैं मुस्कराहट चेहरे पर लाते हैं हम।
ये बहरों की बस्ती है, चिल्लाऊं किस पे ये अच्छा है मौका, तू मुंह को छुपा ले ये बहरों की बस्ती है, चिल्लाऊं किस पे ये अच्छा है मौका, तू मुंह को छुपा ले
क्या कहती हो, ठहरो नारी ! क्यों अब भी केवल निष्ठाहीन हो, तौहीन हो.. क्या कहती हो, ठहरो नारी ! क्यों अब भी केवल निष्ठाहीन हो, तौहीन हो..
Thank you Thank you
कोरोना से न मानेंगे हार, हम फिर पकड़ेंगे रफ्तार। कोरोना से न मानेंगे हार, हम फिर पकड़ेंगे रफ्तार।
गर तुम भी साथ देते जोड़ने में तो मजबूत होती ज़ंजीर हमारे रिश्ते की। गर तुम भी साथ देते जोड़ने में तो मजबूत होती ज़ंजीर हमारे रिश्ते की।
यही साथ देगा ता-उम्र नाज़ुक दिल से करलो बेइंतहा मोहब्बत। यही साथ देगा ता-उम्र नाज़ुक दिल से करलो बेइंतहा मोहब्बत।
जिस दिन मौन टूटा प्रलय का बुलावा खड़ा होगा तुम्हारे द्वार पर। जिस दिन मौन टूटा प्रलय का बुलावा खड़ा होगा तुम्हारे द्वार पर।
माँ भारती के वीर सपूत, सनातन धर्म की आन-बान-शान, माँ भारती के वीर सपूत, सनातन धर्म की आन-बान-शान,
बदलते मौसम के साथ तू बदल गया मैं वही पर ठहरी रह गई। बदलते मौसम के साथ तू बदल गया मैं वही पर ठहरी रह गई।
भारत जल्द ही कोरोनावायरस से मुक्त हो जाएं। भारत जल्द ही कोरोनावायरस से मुक्त हो जाएं।
मेहनत ही बदलती किस्मत अथक श्रम। मेहनत ही बदलती किस्मत अथक श्रम।
कविता : मरीना त्स्वेताएवा अनुवाद: आ. चारुमति रामदास कविता : मरीना त्स्वेताएवा अनुवाद: आ. चारुमति रामदास
ना भूले हम उन महा वीरों को, जो रहे हमारे कर्णधार हैं। ना भूले हम उन महा वीरों को, जो रहे हमारे कर्णधार हैं।
हैं शरण तेरी माँ हे वाणी, हरो तिमिर माँ विमला रानी। हैं शरण तेरी माँ हे वाणी, हरो तिमिर माँ विमला रानी।
गुजरे हुए लम्हों की किताब होगी खास। गुजरे हुए लम्हों की किताब होगी खास।