प्यारा रिश्ता
प्यारा रिश्ता
लेके ढेर सारी खुशियां ,
जन्मती हम बेटियां,
रिश्ते को संजोए,
रखतीं हम बेटियां,
कह कर मा स्म जाने,
लगी अपनी बेटी को,
तू से आंख का तारा,
ये जन्म न मिलेगा दोबारा,
सुन मेरी लोगों,
रिश्ते होते बड़े अनमोल,
तुझ में देखूं में अपनी छबी,
राहे तकती हर कभी,
आंगन की ही गुड़िया तू,
होती अब सयानी तू,
अब होगी तेरी शादी,
गुंजेगी अब फिर शहनाई,
बनेगी अब तू दुल्हन,
आयेंगी डोली अपने आंगन,
मैयका हुआ अब पराया
ससुराल बना अब तेरा घर,
हर बंधन को बांधे रखना
ये बात सदा याद रखना,
सास को अपनी मां बनाना,
जब कोई भूल हो तो ना घबराना,
ससुर को बाप समझना,
दर्द के घूंट कभी मत पीना,
ननंद को अपनी बहन समझना,
कभी कोई गीला शिकवा मत रखना,
देवर को तू अपना भाई समझ ना,
लाड दुलार उसे तू करना,
पती जो रूठ जाते
तो उसे प्यार से मनाना,
कभी किसी के लिए,
मत हिचकिचाना,
खुश किस्मत होती ,
हर बेटियां,
जिस के नसीब में,
होता दो दो मां बाप,
का आशीर्वाद।
