प्यार की बरसात
प्यार की बरसात
बारिश की बूंदें मासूम सी होती है,
जब तन पर गिरती है तब
तन को सुकून मिलता है।
बादल का गरज़ना
दिल घबराता है,
तेरा गरज़ना रोम रोम में
आग सी लगाता है।
बारिश की बूंद में भी,
यह दिवानी तुम्हें ढूंढती रहती है।
बारिश तन पर गिरती है तब
दिल तेरी और दस्तक देता है।
बारिश तन को भिगाती है,
प्यार की बारिश
दिल को भिगाती है,
बिजली का कड़कना,
हमको क्यूँ तेरी और खींचता है।
बारिश की बूंद जब
तन को छुए तब,
लफ्ज तेरी याद में
नम सी होती है।
जिंदगी का सफर
बड़ा सुहाना होता है,
जब तू साथ हो तब
जिंदगी का एक एक पहलू
हसीन सा लगता है,
कड़कती बिजली न जाने
मुझे तेरी और खींच कर ले आती है।
तू वो है जिसे यह लफ्ज,
किताबों में लिखा करती थी।