प्यार के रंग
प्यार के रंग
गुस्ताखियाँ तुम्हारी थी
गुस्ताखियाँ हमारी थी
लफ़्ज़ तुम्हारे थे
उन लफ्जों में जज़्बात हमारे थे
आँसू तुम्हारे थे
उन आँसुओं में झलक रही परछाईं हमारी थी
साँसें तुम्हारी थी
उन साँसों में बसे हम थे।
गुस्ताखियां तुमसे हुई
गुस्ताखियां हमसे हुए
लफ़्ज़ तुम्हारे लड़खड़ाए
होश हमारे उड़े
आँसू तुम्हारे गिरे
चेहरे लाल हमारे हुए
दिल तुम्हारा रोया
धड़कने हमारी रुकी
साँसे तुम्हारी अटकी
हिचकियाँ हमारे नाम हुई।
साथ तुमने छोड़ा
ज़िंदगी बेरंग हमारी हुई
मंज़िल तुम्हारी बदली
पैर हमारे थरथराए
चेहरे तुमने फेरे
वक़्त हमारे बदले
ज़िंदगी का सौदा तुमने किया
तक़दीर हमारी बदली।

