Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Dyansh Sujja

Romance

3  

Dyansh Sujja

Romance

प्यार ही तो था बस हो गया

प्यार ही तो था बस हो गया

2 mins
217


क्या करूं मैं अब

जो होना था वह हो गया

प्यार ही तो है बस हो गया

और मैं खुद को रोकता भी कैसे

जब हमसफर हो तुम्हारे जैसे

तुम्हारी क्या तारीफ करूं

मुझे खुद समझ नहीं आता

कहां से शुरू करूं और कहां से खत्म

मेरा तो इससे सिर चकरा जाता

तुम बस गई हो दिल में

या तुम में बस गया है दिल

इसे कोई और दिखता नहीं तुम्हारे सिवा

यह तो तुम्हारा नाम सुनते ही जाता है खिल

नाम तुम्हारा लेते ही दिल में ख्याल आ गया

कुछ पल कुछ पल करते

मैंने तो मेरा पूरा दिन

तुम्हारे ख्यालों में ही निकाल दिया

क्या करूं मैं अब

जो होना था वह हो गया

प्यार ही तो है बस हो गया!

हकीकत में भले ही

तुम अभी मेरे नहीं हो

पर सपनों में मैंने तुम्हें

अपना बना लिया है

जिस दिन तुम सपनों में ना आओ

उस दिन को साल से ही निकाल दिया है

तुम बन हो गई हो किस्मत मेरी

मैंने तो तुम्हें मेरा खुदा बना लिया है

दिल के बाद तुम्हें अभी तक बताए नहीं

पर फिर भी मैंने तुम्हें

मेरा हमराही बना लिया है

क्या करूं मैं अब

जो होना था वह हो गया

प्यार ही तो है बस हो गया!


तुम्हारे लिए कुछ भी करने को तैयार बैठा हूं

तुम्हारी हर ख्वाहिश खुद से पहले पूरा करना चाहता हूं

खुद के लिए बहुत जी लिया

मैं तो अब तुम्हारे लिए जीना चाहता हूं

दिल की बात बताना चाहता हूं पर डर जाता हूं

कि कहीं यह दोस्ती भी ना खो दूं

क्या करूं मैं अब

जो होना था हो गया

प्यार ही तो था बस हो गया!


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance