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pawan Mohakul

Romance

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pawan Mohakul

Romance

प्यार है मुझे

प्यार है मुझे

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बो एक झलक भी ना देखे मुझे,

और अपलक उसे निहारता हूँ मैं ।

एक पल को भी ओझल हो जाये,

तो मुसलमल उसे पुकारता हूँ मैं ।


उसके लास्ट सीन से,

उसके ठीक होने का कल्पना करता हूँ मैं ।

तो प्यार है मुझे ।


भूखा वो रहे,

तो एक निवाला गले मेरे भी नहीं उतरता ।

बेचैन वो हो,

तो मन मेरा भी नहीं लगता ।


नींद उसे ना आये,

और रात भर जागते हैं हम ।

तो प्यार है मुझे ।


उसके कलेज की साईट,

बुकमार्क में है मेरा ।

कहीं खो ना जाये डिटेल्स,

सब मेमोरी मैं है मेरा ।


आखरी तारीख पर, 

उसके प्रोजेक्ट करते हैं हम ।

बात जब भी हो कोई,

बास उसकी बात करते हैं हम ।


वो पुकारे,

तो मीलों का सफर

चुटकियों में तय करते हैं हम ।

तो प्यार है मुझे ।


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