पुकारता है दिल तुम्हें
पुकारता है दिल तुम्हें
पुकारता है दिल
तुम्हें, तुम्हारे पास रह कर ही
गुम हुए हो तुम कही
मेरे पास रह कर भी !
तुम्हें एहसास नहीं है प्रियतम
तुमने क्या खोया है !
दिए तुम्हारे खामोश दर्द से
मेरा दिल भी बहुत रोया है !
जैसे पढ़ती हूं तेरी खामोशी
तुझसे दूर होकर भी..!
समझा जरा सा तू भी मुझको
मेरे पास रह कर ही..!
हाल ए दिल खामोशी में
तड़प तड़प के रोया है..!!
तुम्हें एहसास नहीं है प्रियतम
तुमने क्या खोया है..!

