पर्यावरण
पर्यावरण
हरा भरा हो जीवन सबका
स्वस्थ्य रहे संसार
गंगा जल पावन जैसा,
बचपन सा कोमल मन लेकर,
बागों की हरियाली सा,
लहलहाती डाली सा,
पेड़, हवा, नदियों से बहार।
स्वस्थ रहे संसार।
हरा भरा हो जीवन सबका,
स्वस्थ रहें संसार।।
हरे पेड़- पौधे शाखाएं,
देख देख हो तृप्त चक्षु,
मन अम्बर में गोते खाए।,
पर्वतों से उड़े, झरनों की फुहार
जीवन में आए सबके
मन हर्षित खुशियों की बहार।
स्वस्थ रहें संसार।
हरा भरा हो जीवन सबका
स्वस्थ रहे संसार।।
मुश्किल से मिला मनुज तन है,
इसे बनाएं ह
र पल मधुवन,
सुन्दर सुघर कल्पनाएं
मन मस्त मनोहर जीवन से
कुछ वक्त मिले पर्यावरण को भी
सोच करें ऐसी निर्मित
"पर्यावरण रहे सुरक्षित"
वरना सब बेकार।।
हरा भरा हो जीवन सबका
स्वस्थ रहे संसार।।
गर आज नहीं हम संभल सके,
स्थिति भयावह आयेगी,
करते रहे जो मनमानी,
कहर प्रकृति फिर ढायेगी,
आज अगर खुशियां लाई है,
वही प्रलय फिर लाएगी,
न मिलेगा वक्त किसी को फिर
करने को सुधार।
पर्यावरण ही जीवन सबका,
जीने का आधार।
हरा भरा हो जीवन सबका
स्वस्थ रहे संसार।