प्रकृति के समीप
प्रकृति के समीप
प्रकृति के समीप रहिए,
हरित सुन्दरबन देखिए,
पंछियों का गान सुनिए,
अभिनव अनुभव पाइए |१|
वृष्टि का टिपटिप ध्वनि सुनिए,
झरझर झरने का शब्द सुनिए,
नदी का कलकल नाद सुनिए,
सागर लहर का ऊंचा घोष सुनिए |२|
नीले आकाश का सीमा देखिए,
सूर्योदय का स्वर्ण आभा देखिए,
पूर्णचंद्र के सौम्य किरण देखिए,
अगणित नक्षत्र तारापुंज देखिए |३|
खिले खिले रंगबिरंगे कुसुम देखिए,
सुमन के महक का आनंद लीजिए,
फूलों पर भँवरों का मंडराना देखिए,
बगीचे में उड़ते तितलियों को देखिए |४|
कोयल की कुहू कुहू सुनिए,
पपीहे की पीहू पीहू सुनिए,
मोहक मयूर का नृत्य देखिए,
निसर्ग के संग यथोचित रहिए |५|