प्रकाश पुंज
प्रकाश पुंज
कवि ऐसी कविता
रच दो तुम,
जीवन में आनंद
भर जाए।
मानव के
अंधकार को हर ले जो
ऐसी रचना रच जाओ,
तम गहरा हो या
हो उथला
प्रकाश पुंज
बन जाओ।
कवि ऐसी कविता
रच दो तुम,
जीवन में आनंद
भर जाए।
मानव के
अंधकार को हर ले जो
ऐसी रचना रच जाओ,
तम गहरा हो या
हो उथला
प्रकाश पुंज
बन जाओ।