परिवार
परिवार
परस्पर विश्वास धरातल का
घर आँगन, दर दीवार प्रेम सत्य
बंधन का घर एक मंदिर बसता
जिसमें परिवार।।
सुख दुख आंसू मुस्कान लेते
मील बाँट एक दूजे की पीड़ा
सबको एहसास धर्म कर्म
सामाजिकता का परिवार।।
माँ बापू भाई बहन दादा दादी
चाचा ताऊ सब के अपने अपने
आशा विश्वास मान सम्मान का
परिवार।।
मर्म मर्यादा संस्कृति संस्कार प्रेम
भाव भावना आचरण
व्यवहार का परिवार।।
राष्ट्र निर्माण में राष्ट्र के हर युवा
प्रौढ़ वृद्ध का अपना अपना योगदान
राष्ट्र समाज का आधार परिवार।।
व्यक्ति व्यक्ति रिश्तों से सजता
संवरता रिश्तों के कच्चे धागे में बंधा
कर्तव्यों दायित्वों के निर्वहन का
बोध परिवार।।
परिवार की अक्षुण अखंडता
राष्ट्र की मजबूती मिसाल
टूटते परिवार खंडित समाज
बिखरता राष्ट्र।।
संघ शक्ति की अवधारणा
सिद्धान्त का मूल परिवार
संघ की प्रथम इकाई परिवार।।
संघ शक्ति कलियुग परिवार
संघ का ढांचा जिससे निर्मित
मजबूत समाज दृढ़ संकल्प का
राष्ट्र।।
