जब पुरुष हूँ, स्त्री पे रोब दिखाता हूँ। और जब मालिक, नौकर पे धौंस जमाता हूँ। जब पुरुष हूँ, स्त्री पे रोब दिखाता हूँ। और जब मालिक, नौकर पे धौंस जमाता...
अवांछनीय पदार्थों को नहीं तुझ में मिलने दूंगा हाँ माँ सदा तेरी रक्षा करूँगा। अवांछनीय पदार्थों को नहीं तुझ में मिलने दूंगा हाँ माँ सदा तेरी रक्षा करूँगा।
करवट देखो समय ले चुका, मतलब के सब बंदे है त्याग भावना दफन हो गई , लगे मोह के फंदे है । करवट देखो समय ले चुका, मतलब के सब बंदे है त्याग भावना दफन हो गई , लगे म...
तुम्हारा दंभ, उम्र भर अपने खंडित टुकड़े बीनता रहता है। तुम्हारा दंभ, उम्र भर अपने खंडित टुकड़े बीनता रहता है।
सीधा सच्चा प्यार तुम्हारा, बहकी बहकी मेरी बातें!! सीधा सच्चा प्यार तुम्हारा, बहकी बहकी मेरी बातें!!
मर्म मर्यादा संस्कृति संस्कार प्रेम भाव भावना आचरण व्यवहार का परिवार। मर्म मर्यादा संस्कृति संस्कार प्रेम भाव भावना आचरण व्यवहार का परिवार।