परिवार
परिवार
समुद्र किनारे रेत पर मकान नही बना करते
मगर उस रेत से मकान जरूर बनते हैं
घर के रिश्तों में दूरियां होती है
मगर नदी किनारे रेत में नजदीकिया होती है
परिवार में लोग रिश्तों से किनारा कर लेते है
मगर नदी रेत से किनारा नहीं करती
उसे अपने साथ लेके चलती है
जैसे नदी किनारे के जुदा नहीं होती
वैसे ही मेरा रिश्ता है तेरे साथ
कभी प्यार, कभी तकरार है
धूप छांव जैसा रिश्ता है
कभी तेरे साथ चैन नहीं, कभी तेरे बिन चैन नहीं।