प्रेम
प्रेम
आओ मेरे दोस्तों कुछ
ऐसा भी कर लेते हैं
प्रेम दिल में लेकर के ,
नफरत को भुलाने चलते हैं।
ये दुनिया तो सारी अपनी,
प्रेम रस बरसाते हैं।
आओ..
सुख भी आयेगे जीवन में ,
दुख भी आयेगे जीवन में,
धूप और छाया के साएँ -
हरदम आयेगे जीवन में ।
हर पल को हम मुस्कानों के
संग में बिता लेते हैं।
आओ..
जीवन का जो असली सत्य,
याद उसे रखना है हमेशा,
नश्वर है ये जीवन सबका -
पानी के बुलबुले के जैसा।
जीते जी इस जीवन में
सत कर्मो को कर लेते हैं।
आओ मेरे दोस्तों कुछ,
ऐसा भी कर लेते हैं,
प्रेम दिल में लेकर के-
नफरत को भुलाने चलते हैं।