Rishikesh Jain
Romance
हर शाम तेरा ही नाम क्यूं याद आता है
आखिर ये दिल तुमसे ही क्यूं मोहब्बत करता है
सुकून
प्रेम
मोहब्बत
पाऊंगा में पल- पल तुझे दिल के पास । मैं भी बन जाऊंगा तुम ही तुम।। पाऊंगा में पल- पल तुझे दिल के पास । मैं भी बन जाऊंगा तुम ही तुम।।
लादकर सपनों की दुनिया चल पड़े हैं, इस धरा से उस गगन को जोड़ना है लादकर सपनों की दुनिया चल पड़े हैं, इस धरा से उस गगन को जोड़ना है
क्या रह गया है बाकी फिर ये मलाल पूछ लेते हैं…। क्या रह गया है बाकी फिर ये मलाल पूछ लेते हैं…।
कुछ तो आस जगा जा.... बरसात करा जा अब। कुछ तो आस जगा जा.... बरसात करा जा अब।
क्यों ना अपना बाँट लें, हम सब कुछ आधा- आधा….। क्यों ना अपना बाँट लें, हम सब कुछ आधा- आधा….।
हाथ जोड़ विनती कर, गीता ज्ञान लिया अर्जुन ने।। पधारो हे नंद लाल, जगमगा रही धरा। हाथ जोड़ विनती कर, गीता ज्ञान लिया अर्जुन ने।। पधारो हे नंद लाल, जगमगा रही...
किसे मैं अपना हाले दिल सुनाऊँ नहीं कोई भी अपना आशना है किसे मैं अपना हाले दिल सुनाऊँ नहीं कोई भी अपना आशना है
जब भी दिल जवां होता है तुम्हारी याद अभी आती है जब भी दिल जवां होता है तुम्हारी याद अभी आती है
डर लगता है साजन अब तुमसे दूर न हो जाए होना पड़े कभी दूर हमें इतने मजबूर न हो जाए। डर लगता है साजन अब तुमसे दूर न हो जाए होना पड़े कभी दूर हमें इतने मजबूर न हो ...
उदास शामें रुला रही हैं, छलकती आँखों का सिलसिला है। उदास शामें रुला रही हैं, छलकती आँखों का सिलसिला है।
तेरे मस्तक को सहलाते हुए, जुल्फों को तेरी संवारते हुए खुद को तुझमें बहलाते हुए, तेरे मस्तक को सहलाते हुए, जुल्फों को तेरी संवारते हुए खुद को तुझमें बहल...
अगर तू टूट जाएगी तो, मैं तुझे थाम लूंगा, अगर तू टूट जाएगी तो, मैं तुझे थाम लूंगा,
किया सब मैंने अपना भी, न्योछावर याद है तुमको ? किया सब मैंने अपना भी, न्योछावर याद है तुमको ?
सोच के हर दायरे में उलझनों के तार हैं। सोच के हर दायरे में उलझनों के तार हैं।
मुझको बना आँचल सितारा। तुझसा नहीं कोई यारा। मुझको बना आँचल सितारा। तुझसा नहीं कोई यारा।
आज तू चाहे मुझे समझ ले पराया लेकिन मैं तेरा अपना ही हूंl आज तू चाहे मुझे समझ ले पराया लेकिन मैं तेरा अपना ही हूंl
इस सब का और कुछ कारण नहीं बल्कि बस मैं तुम्हें खो देने से डरता हूँ। इस सब का और कुछ कारण नहीं बल्कि बस मैं तुम्हें खो देने से डरता हूँ।
तेरे मेरे प्यार के किस्से होंगे बारिश के मौसम में। तेरे मेरे प्यार के किस्से होंगे बार तेरे मेरे प्यार के किस्से होंगे बारिश के मौसम में। तेरे मेरे प्यार के किस्से ...
न यौवन ही समझे कुछ भी न सके समझा कुछ यौवन को । न यौवन ही समझे कुछ भी न सके समझा कुछ यौवन को ।
मैं अगर थक जाऊं सफर में, हौंसला बढ़ाना तुम अपने आंचल की हवा से, होश में ले आना तुम मैं अगर थक जाऊं सफर में, हौंसला बढ़ाना तुम अपने आंचल की हवा से, होश में ले आ...