प्रेम जीवन का श्रृंगार।
प्रेम जीवन का श्रृंगार।
प्रेम हैं जीवन का श्रृंगार
प्रेम से बढ़कर कुछ नहीं
प्रेम हैं स्वर्ग का द्वार
प्रेम से खुशहाल परिवार
प्रेम श्रद्धा भाव प्रभु प्रिय
प्रेम श्रद्धा भाव से प्रभु प्रसन्न
प्रेम श्रद्धा भाव वहां प्रभु वास
प्रेम श्रद्धा भाव वहां प्रभु कृपा
तनिक ज़रा सा भी संदेह नहीं
प्रेम श्रद्धा हैं भक्त प्रभु मिलन
प्रेम श्रद्धा कर्मा खिचड़ा सबरी बेर
प्रेम श्रद्धा भक्त ध्रुव अमरत्व
हनुवंत श्रीराम श्रद्धा बैजोड़।