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Kuljeet Kaur

Abstract Romance Others

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Kuljeet Kaur

Abstract Romance Others

परछाई

परछाई

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तेरे साथ हर कदम पर चलना है मुझे,

हमराह नहीं तेरी परछाई बनना है मुझे,

किसी भी मोड़ पर अकेले चलने ना दूँ तुझे,

ऐसा यार बनना है मुझे,

हमराह नहीं तेरी परछाई बनना है मुझे,

लोगों की तरह रंग बदलना आता नहीं मुझे,

तू क्या है मेरे लिए ये बताना है तुझे,

तेरी खामोशियों को "जीत" ने अपनी आवाज़ बनाना है,

जो दिल में दबी तेरी ख्वाहिशें है उसे मंजिल तक लाना है मुझे,

हमराह नहीं तेरी परछाई बन ये सब कर जाना है मुझे,

तेरा ऐसा यार बन जाना है मुझे, सच्चा यार बन जाना है मुझे।


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