मुझे
मुझे
दुनिया की भीड़ से अलग चलना है मुझे,
काम कुछ ऐसा करना है मुझे,
लोगो की तरह परिंदा नही,
आसमान बनना है मुझे,
जो कतरा कर पीछे छोड़ गए मुझे,
उन्हें अब दास्तान बन दिखाना है मुझे,
काम कुछ तो ऐसा करना है मुझे,
दुनिया की इस भीड़ से अलग चलना है मुझे,
जिनकी सोच है मुझे गिराने की,
उन्हें ऊंचा उठ दिखाना है मुझे,
जो जलते है मेरी इस कामयाबी से,
उन्हें अब ओर जलाना है मुझे,
जो कहते थे "जीत" तुझसे कुछ हो नहीं सकता,
अब उनकी कही इन बातों को,
मिट्टी में मिलाना है मुझे,
काम कुछ तो ऐसा करना है मुझे,
दुनिया की भीड़ से अलग चलना है मुझे,
अपना रास्ता खुद बनाना है मुझे,
इस भीड़ से अलग चलना है मुझे।