पल
पल
इस पल भर की ज़िंदगानी में
हर पल को जी तू जी भर के
हर क्षण हर पल से कहता रहे
रस भर हर पल में जी भर के
हर पल हर पल की गाथा कहे
बने कहानी हर पल में
हर क्षण हर पल में मस्ती दिखे
खिले ज़िंदगानी हर पल में
कल के पल की चिंता ना कर
ना कर तू फ़िक्र अगले पल की
हर पल की खुशी को निचोड़ ले तू
ना रहे गम किसी पल में
हर पल में तू कुछ ऐसा कर
मिले सलामी अगले पल में
हर पल खुशियों को बिखेर से तू
दूसरों की जिंदगानी में
अपने गमों की तू परवाह ना कर
बाँट गम औरों के हर पल में
उन बीते पलो को तू याद ना कर
जिन पलो ने रुलाया पल भर के लिए
उन पलो का आगाज़ तू कर
जिस ने जीना सिखाया हर पल में
अपने पलो को खुद तू सजा
आए मज़ा फिर हर पल में
हर पल झूमता गाता रह
आनंद मिले फिर हर पल में
इस पल भर की ज़िंदगानी में
हर पल को जी तू जी भर के
