मेले लगते हैं अब भी उन चिताओं पे कहना उनका, न भूल जाना हुज़ूर। मेले लगते हैं अब भी उन चिताओं पे कहना उनका, न भूल जाना हुज़ूर।
वतन के वास्ते कुछ काम आना चाहती हूँ। दिलों जां को वतन पे अब लुटाना चाहती हूँ।। वतन के वास्ते कुछ काम आना चाहती हूँ। दिलों जां को वतन पे अब लुटाना चाहती हूँ।।
जब कहीं भी सुना जाए राष्ट्रगान खड़े रहे हम सावधान। जब कहीं भी सुना जाए राष्ट्रगान खड़े रहे हम सावधान।
जिसने अपने साथी सिपाही को बन्दूक से अंतिम सलामी दी। जिसने अपने साथी सिपाही को बन्दूक से अंतिम सलामी दी।
पर उन्हें तोड़ आगेे बढ़ने पर वह हमको सलामी दे जाएगा। पर उन्हें तोड़ आगेे बढ़ने पर वह हमको सलामी दे जाएगा।
भारत माता को सलामी जिंदगानी चाहिए। भारत माता को सलामी जिंदगानी चाहिए।