STORYMIRROR

Rohit Verma

Abstract

3  

Rohit Verma

Abstract

पैसा तू ही माया है तू ही देवता

पैसा तू ही माया है तू ही देवता

1 min
552

पैसा तू ही माया है तू ही देवता है,

तुने तो भगवान को भी ख़रीद रखा है,

पैसा तू ही माया है तु ही देवता है,

जिसके पास तू उसका वक्त बदल देता है।


जिसके पास नहीं

उसका सब कुछ ख़रीद लेता है,

पैसा तू ही माया है तू ही देवता है,

रिश्तों को तू ही जोड़ता है

रिश्तों को तू ही तोड़ता है।


पैसा तू ही माया है तू ही देवता है,

किसी को लालची बना देता है

किसी की जिंदगी खुशहाल बना देता है,

पैसा तू ही माया है तू ही देवता है,

तेरे पीछे हर कोई भागता है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract