नूतन_वर्ष_संदेश
नूतन_वर्ष_संदेश
हर क्षण को मौन स्वीकार करें,
परमेश्वरत्व को अंगीकार करें,
ये जीवन ऊर्जा से ओतप्रोत,
डूबे गहन इसमें फिर पार करें।
प्रकृति रमी है रहस्यों की,
महिमा की जय जयकार करें।
इस जन्म की अगणक श्वांसों को,
चैतन्यता से क्षण-क्षण श्रंगार करें।
मन के बादल के साक्षी बनें,
धैर्य धारण से उसे निर्विचार करें।
शनै- शनै आई अमन अवस्था,
प्रकृति रहस्यों में विहार करें।
हर क्षण को मौन स्वीकार करें।
हर क्षण को मौन स्वीकार करें।