नंदिनी
नंदिनी
सूर्य जैसा तेज, चंद्रमा जैसी रोशनी
पवित्र जैसे नलिनी, धार्मिक जैसे भगिनी।
अभिमानी जैसे स्वामिनी, वीर जैसे तारिणी
एक सुंदर सुहासिनी, नाम उसका नंदिनी।
बंधन है ऐसा जैसे, श्री कृष्ण के साथ हो माता रोहिणी।।
मनमोहक चेहरा जैसे, एक विलक्षण फूल की कली
औ नंदिनी ! तेरी मुस्कान है बड़ी खिली- खिली।
तू अपनी ही धुन में चली
क्यों तू जाती हमेशा उसी गली ?
सूर्य जैसा तेज, चंद्रमा जैसी रोशनी
एक सुंदर सुहासिनी, नाम उसका नंदिनी,
नाम उसका नंदिनी !

