अब थक चुकी हूँ विकसित जीव के कचरे ढोते-ढोते अब थक चुकी हूँ विकसित जीव के कचरे ढोते-ढोते
मौसम से मौसम मैं हमेशा तुमसे प्यार करता हूँ ! मौसम से मौसम मैं हमेशा तुमसे प्यार करता हूँ !
ऐसा लगा जैसे आसमां को जमीं, से मोहब्बत हुई। ऐसा लगा जैसे आसमां को जमीं, से मोहब्बत हुई।
चार सू पसरा है कितना मनमोहक है ये सन्नाटा। चार सू पसरा है कितना मनमोहक है ये सन्नाटा।
उत्कृष्ट हो, मनमोहक हो, सरल हो, उत्कृष्ट हो, मनमोहक हो, सरल हो,
दूजा ओर कोई रंग न भाएं मनमोहन का रंग जो किसी पर चढ़ जाएं। दूजा ओर कोई रंग न भाएं मनमोहन का रंग जो किसी पर चढ़ जाएं।