नारी
नारी


नारी तुम प्रेम हो,
आस्था हो,
टूटी हुई उम्मीदों को फिर
से जगाने की आस हो,
सबके जीवन का तुम ही
आधार हो,
नफ़रत की इस दुनिया को भूलकर,
अपने अस्तित्व को अपने
जीवन में ख़ुद संभाली हो।
हो हर दिन हर पल,
हर पहर,
नारी तुम ही जीवन में सबको,
जन्म देने का एक
ख़्वाब हो,
नारी तुम ही सबके जीवन का
साज़ हो।