नारी तू नारायणी
नारी तू नारायणी
नारी तू नारायणी, जीवन का आधार है,
तेरे ही ऊपर भवितव्य का भार है।
तू है तो, जीवन उजियारा है,
तू है तो, रौशन जग सारा है।
साधारण जीव को बनाती अवतार है।।
तेरे ही ऊपर भवितव्य का भार है।।
तू है तो, जीवन गुलजार है,
तू है तो, सुखी संसार है।
तुझसे ही तो बसा हुआ घर द्वार है।।
तेरे ही ऊपर भवितव्य का भार है।।
भाई का भरोसा, बच्चों का संस्कार तुम्हीं,
पिता का सम्मान, पति का प्यार तुम्हीं।
तेरा अस्तित्व सभी संबंधों का सार है।
तेरे ही ऊपर भवितव्य का भार है।।