नारी !तुम्हें समझना मुश्किल
नारी !तुम्हें समझना मुश्किल
नारी! तुम्हें समझना मुश्किल
तुम्हारे रूप अनेक
विविध रंग भरे
कितने भी बहादुर हैं हम।
नारी! तुम्हें समझना मुश्किल
तुम्हारे रूप अनेक
विविध रंग भरे
कितने भी बहादुर हैं हम।