नारी का महत्व
नारी का महत्व
नारी हूं खिलौना नहीं।
नारी को कोई समझ ना पाए।
नारी को सब अबला बनाये।
सबको नारी संस्कारी चाहिए।
नारी अबला नारी सबला कहकर इसको सभी दबाते।
नारी पर होते अत्याचार हमेशा।
नारी को सब कठपुतली समझें।
नारी है अबला नहीं।
नारी नहीं किसी से कम है।
नारी मां है नारी पिता।
नारी पुरुष का हिस्सा है।
नारी बिना षुुुुरुष नहीं।
नारी बिना पुरुष अनाचारी है।
नारी ना कहें कि देवी है वो।
नारी को केवल नारी समझो।
यही सम्मान है उसके लिए।
नारी जीवनदायिनी है।
सम्मान करो नारी का मुहूर्तत नहीं वो नारी है।