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Ruchika Rai

Abstract

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Ruchika Rai

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मुस्कान

मुस्कान

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अपनी मुस्कान के पीछे आँसू छुपा गया कोई,

दर्द अपना कुछ इस तरह से भुला गया कोई।


हर जगह जिंदादिली का मिसाल बना रहा वो,

दूसरों को इस तरह से जीना सीखा गया कोई।


गिरकर सम्भल जाना इतना मुश्किल भी नही,

यह हौसला हर गिरनेवाले को दिला गया कोई।


अनजानी राहों में राही अनेकों मिल जाते हैं,

अपनी प्यारी फ़ितरत से अपना बना गया कोई।


राह की दुश्वारियाँ हिम्मत को तोड़ देती हैं सदा,

दुश्वारियों में भी अपनी हिम्मत बचा गया कोई।


चोट जितनी मिलती है उतनी मजबूत करती है,

चोटों से उबरने का हुनर हमें सीखा गया कोई।


चलो आज मुहब्बत से हर जंग को जीत लें,

इश्क का एक नया पाठ मुझको पढ़ा गया कोई।


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