मुझसे अच्छा कौन ?
मुझसे अच्छा कौन ?
मुझसे अच्छा कौन ?
बता मन
मुझसे अच्छा कौन ?
आता नहीं हिय में चैन,
बता मन
मुझसे अच्छा कौन ?
मुझसे अच्छी चिड़िया है जिसमें
स्वार्थ भाव का लेश नहीं,
बच्चों को खिलाती जी भरकर
खुद के तन की परवाह नहीं।
जीवन जीने की नीति सिखाकर
उड़ने की तरकीब सिखाती,
छोड़ उसे शिशु विदा हुआ
उसके गम में नहीं अश्रु बहाती।
मुझसे अच्छा तो वृक्ष है जो
मानव के लिए सर्वस्व लुटाता,
खुद पत्थर खाकर के भी
बदले में अपना फल लौटाता।
मुझसे अच्छी नदियां है भली
निर्मल सा जल सबको है पिलाती,
संयम नहीं खोती संकट में
आगे बढ़ने की राह दिखाती।
मुझसे अच्छा कौन ?
बता मन
मुझसे अच्छा कौन ?
