Pawanesh Thakurathi
Drama
उसकी एक मुस्कुराहट ने
मुझ नाचीज को
रब से मिला दिया।
मगर उसकी नाराजगी का
एहसास होते ही
मैंने उसके नाम लिखे
हर खत को जला दिया।
दिसंबर के मही...
गणतंत्र
तिरंगा
चोर
जीवन लाखों का...
प्यारी हिंदी ...
पत्रकार, तुम ...
डर
समस्या
हल को हुआ बंज...
गलती ना करना समझ इनको भोली भाली, अपने पर आ जाए तो इतिहास बदल देती हैl गलती ना करना समझ इनको भोली भाली, अपने पर आ जाए तो इतिहास बदल देती हैl
तुझसे मोहब्बत करने का में अंजाम दुदनः रही हूँ। तुझसे मोहब्बत करने का में अंजाम दुदनः रही हूँ।
पर इन दुनिया वालों ने तो है निकाला बस झूठे दिखावे का हल पर इन दुनिया वालों ने तो है निकाला बस झूठे दिखावे का हल
अब कुछ फासले घटने लगे हैं, बस दूरियां रह जाएंगी।। अब कुछ फासले घटने लगे हैं, बस दूरियां रह जाएंगी।।
क्यों तू छोड़े, सपने वो तेरे दुनिया को जो था बदलाना। क्यों तू छोड़े, सपने वो तेरे दुनिया को जो था बदलाना।
ना अपने से दूर कर पाते। न जाने कैसी आफत है ये यादें। ना अपने से दूर कर पाते। न जाने कैसी आफत है ये यादें।
जवां रखते मनोभाव ऐसे खेलते जाते ज़िन्दगी का आखिरी दांव। जवां रखते मनोभाव ऐसे खेलते जाते ज़िन्दगी का आखिरी दांव।
क्यों मेहनत कभी तुमने करी नहीं क्यों अच्छाई तुमने चुनी नहीं क्यों मेहनत कभी तुमने करी नहीं क्यों अच्छाई तुमने चुनी नहीं
आज तक मैंने जो आपको समझा इसमें भी मैं ग़लत साबित हुई। आज तक मैंने जो आपको समझा इसमें भी मैं ग़लत साबित हुई।
कितने वसंत कितने पतझड़, यादों में गिन गिन हैं काटे, कितने वसंत कितने पतझड़, यादों में गिन गिन हैं काटे,
पर खुद भी कहा समाज में वह अपने लिए जगह बना पाते हैं पर खुद भी कहा समाज में वह अपने लिए जगह बना पाते हैं
ऐसे खेलते जाते ज़िन्दगी का आखिरी दांव। ऐसे खेलते जाते ज़िन्दगी का आखिरी दांव।
प्रभु आशीष से हुए हैं दर्शन मन अपना अति प्रफुल्लित है, प्रभु आशीष से हुए हैं दर्शन मन अपना अति प्रफुल्लित है,
तेरा देखना फिर पलट जाना यूं, बहुत मजा आता है क्या सताने में तेरा देखना फिर पलट जाना यूं, बहुत मजा आता है क्या सताने में
उसके होठों को मैंने अपनी उंगलियों से बंद किया, और वोह नींद में ही मुस्कुराती रही। उसके होठों को मैंने अपनी उंगलियों से बंद किया, और वोह नींद में ही मुस्कुराती ...
तेरी थी खुशी, तो खुद हमने, खुद को ही मिटा डाला। मोहब्बत को अपनी….. तेरी थी खुशी, तो खुद हमने, खुद को ही मिटा डाला। मोहब्बत को अपनी…..
नसमझे बस जमाना कि,हमको कोई तुमसे अदावत है। नसमझे बस जमाना कि,हमको कोई तुमसे अदावत है।
मेरी उम्र भी तुझे दे दूं जाना, अब ज़िन्दगी से रहा न कोई मलाल है। मेरी उम्र भी तुझे दे दूं जाना, अब ज़िन्दगी से रहा न कोई मलाल है।
बीच सड़क पे अराजकता के कारण मां भारती रोज रोज शर्मसार हुई । बीच सड़क पे अराजकता के कारण मां भारती रोज रोज शर्मसार हुई ।
मंद उठती सदाओं में आंधियों सा ज़ोर क्यों है। मंद उठती सदाओं में आंधियों सा ज़ोर क्यों है।