मंगल गान
मंगल गान
जीवन मंगल गान जीवन अभिनंदन अभिमान संस्कृति चरित्र निर्माण।।
मानव मानवता युग सृष्टि दृष्टि सकारात्मक सार्थक राष्ट्र समाज समय काल प्रखर निखर पहचान।।
युग जीवन की नित्य निरंतरता सुख दुख शुभ अशुभ चुनौती संघर्ष तीज त्योहार आचरण व्यवहार निर्विकार।।
मौलिक मौलिकता भौतिक भौतिकता जीवन की आपा धापी अंधकार का दीपक चिराग।।
अवसर उपलब्धि का आवाहन आत्म बोध जगृति यज्ञ अनुष्ठान भाष्य भविष्य वर्तमान।।
वैभव संस्कृति गुण गान अभिलाषा पूजन वंदन शब्द स्वर भाष्य।।
कल्याण जीवन धर्म मर्म मर्यादा महिमा मान संस्कृतियों का अपरिहार्य आवाज।।
चाहत अर्घ्य आराधना महिमा मंगल सत्य जीवन संकल्प उत्साह भाव धर्म कर्म प्रवाह।।
गौरव मर्यादा अक़्क्षुण अक्षय अतीत वर्तमान संकल्प सत्य का एक क्रांति।।
सत्य सनातन संस्कृति नारी गरिमा गौरव राष्ट्र समाज निर्माण आधार अवसर संस्कृति महिमा महत्व संचार।।
