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गुलशन खम्हारी प्रद्युम्न

Abstract Inspirational

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गुलशन खम्हारी प्रद्युम्न

Abstract Inspirational

मंदाक्रांता छंद...

मंदाक्रांता छंद...

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मेघदूत की रचना में प्रयुक्त


शोभा पाते, अवध पुर में, दिव्यता राम की हो ।

पूजागारी, मनुज प्रहरी, अष्टमी याम‌ सी हो ।।

सद्भावी हो, हवि हवन में, वासना काम की हो ।

भावी गाथा, नित समर में, सत्य संग्राम की हो ।।



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