दुनिया का सबसे अमीर मैं हूं...
दुनिया का सबसे अमीर मैं हूं...
बहन आत्मा तो फिर पूरा शरीर मैं हूॅं ।
आज दुनिया का सबसे अमीर मैं हूॅं।।
जो हो बहन भाग्य की पावन रेखा फिर,
तुमसे बनी किस्मत औ तकदीर मैं हूॅं ।।
तुम्हीं स्नेह की मिल्कियत कमाई मेरी,
बिना तुम्हारे हॉं सबसे फकीर मैं हूॅं ।।
त्योहारों की खुशियॉं रौशनाई तू,
दीवाली का दीप कभी अबीर मैं हूॅं ।
बहना तुम हो पूरा सरहद बाबुल का,
बसा बीच में जो वही कश्मीर मैं हूॅं ।।
तुम हो मीठी पावन पुरवाई बहना,
फीका-फीका एकाकी समीर मैं हूॅं ।।
ये जमाना झुका है धागे के आगे,
धागे का इतिहास में शमशीर मैं हूॅं ।।