STORYMIRROR

कुमुद मोदी

Inspirational

4  

कुमुद मोदी

Inspirational

मन

मन

1 min
249

आज मन का मन को

क्या हो गया..

ना जाने क्यों चुप सा

बैठ गया..

दूर रह मेरे से

ऐसा मैंने कह दिया..

बातें ऐसा करता है 

सिर मेरा घूमा देता है..

क्या करूं मैं भी

परेशान कर देता है..

कहती हूँ...

छोड़ो सब बातें

हर बात मन से लगाना..

मानता कहां है 

अपना रट लगाए

रहता है..

जो भी हो..

मन तो मेरा है..

कुछ देर बाद ही

वापस आ जाता है..।

  



Rate this content
Log in

More hindi poem from कुमुद मोदी

Similar hindi poem from Inspirational