Siyaram Dhakar

Inspirational

3  

Siyaram Dhakar

Inspirational

महान भारत

महान भारत

1 min
295


संसार सैकड़ों देशों का, भारत सा कोई देश नहीं।

१- भारत भूमि भण्डार भरी, रत्नों की कोई कमी नहीं।

सुख शांति संत समागम की, उपमा दुनिया में कहीं नहीं।।


२ यहां राम कृष्ण अवतार हुए, वे निराकार साकार हुए ।

भगवान की भक्ति महकती है, इस धरा सा पावन स्वर्ग नहीं।


३ पावन पुनीत पुण्यों की भूमि, संस्कार सुमन से खिलते हैं।

कई भक्त शिरोमणि हुए यहां प्रहलाद ध्रुव सी जोड़ी नहीं ।।


४ सतियों का सत्य पति वृता यहां, सम्मान सदा नारी का यहां।।

चारों युग से इतिहास यहां, गीता सा अमृत और नहीं।।


  


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational