Shashank Shawak
Romance
कोई तुझे देख न ले कहीं मेरी नज़र से,
कोई तुझे मोहब्बत न समझ बैठे।
मेरी नज़र से
मैं जानता हूँ कि वक्त ने तुम्हें बहुत ज़्यादा तकलीफें दी है मैं जानता हूँ कि वक्त ने तुम्हें बहुत ज़्यादा तकलीफें दी है
एके पेड़ खड़ा रहता है आँधी हो या तूफान हो। एके पेड़ खड़ा रहता है आँधी हो या तूफान हो।
बरसती चांदनी में कोई आरज़ू जल रही है अपनी ख़बर आजकल मुझे लोगों से मिल रही है। बरसती चांदनी में कोई आरज़ू जल रही है अपनी ख़बर आजकल मुझे लोगों से मिल रही है...
हर जगह जैसे दिखने लगी वो, काल्पनिक लगता सब जैसे ख़्वाब कोई।। हर जगह जैसे दिखने लगी वो, काल्पनिक लगता सब जैसे ख़्वाब कोई।।
एक कोने में दिल के एक आस है दिल को कहीं न कहीं एक प्यास है दिल को। एक कोने में दिल के एक आस है दिल को कहीं न कहीं एक प्यास है दिल को।
स्वप्न सुन्दरी भाग्योदय प्रेयसी हो तुम मेरी , विधि की सर्वोत्कृष्ठ कृति प्रियतमा तुम। स्वप्न सुन्दरी भाग्योदय प्रेयसी हो तुम मेरी , विधि की सर्वोत्कृष्ठ कृति प्रि...
अपने दिल से क्या पूछे हम ये तो कब से तुम्हारे पास है। अपने दिल से क्या पूछे हम ये तो कब से तुम्हारे पास है।
बड़ी ख़ूबसूरत शिकायत है तुझको कि ख़्वाबों में अक्सर बुलाया है हम ने। बड़ी ख़ूबसूरत शिकायत है तुझको कि ख़्वाबों में अक्सर बुलाया है हम ने।
जागो ना मेरे साथ रात भर,मेरी धड़कनों को धड़काओ ना। जागो ना मेरे साथ रात भर,मेरी धड़कनों को धड़काओ ना।
चाह नहीं तेरी कोमल कलाई का कंगन बनूँ, तेरे हर इशारे पर खनकता सरगम नाद बनूँ ! चाह नहीं तेरी कोमल कलाई का कंगन बनूँ, तेरे हर इशारे पर खनकता सरगम नाद बनूँ !
मेरे शब्दों को हवा लग जाती है ,देख तेरे आने से सनम। मेरे शब्दों को हवा लग जाती है ,देख तेरे आने से सनम।
उफ़ .... ये सर्दी में बेचैनी ,उसका ख्याल मेरे लिये। उफ़ .... ये सर्दी में बेचैनी ,उसका ख्याल मेरे लिये।
पागल दिल को कैसे संभाले कोई उनका लहराता आँचल हवा में है ! पागल दिल को कैसे संभाले कोई उनका लहराता आँचल हवा में है !
होना सियाह कायनात में रंग भर दे न होने से भी रौशन माहताब हर रात ! होना सियाह कायनात में रंग भर दे न होने से भी रौशन माहताब हर रात !
इशारों में बात तुम कर रहे हो, इशारा अब मुझे समझने दो। इशारों में बात तुम कर रहे हो, इशारा अब मुझे समझने दो।
क्या मैं ला सकती थी वो बांसुरी, जो कान्हा के अधरों पर लगी ही नही। क्या मैं ला सकती थी वो बांसुरी, जो कान्हा के अधरों पर लगी ही नही।
मेरी खामोशियों को एक बार सुनना जरूर। मेरी खामोशियों को एक बार सुनना जरूर।
नाता तुम छोड़ गए मुझसे, मैं दिल को कैसे समझाऊँ। नाता तुम छोड़ गए मुझसे, मैं दिल को कैसे समझाऊँ।
बिखरी जुल्फ़े हैं या कोई ज़लाल है यूँ ही झुकी पलकें हैं या कोई चाल है !! बिखरी जुल्फ़े हैं या कोई ज़लाल है यूँ ही झुकी पलकें हैं या कोई चाल है !!
प्रेम नगर में अपना घर हम बसायेंगे मेरे घर का तू मेहमान बन जाये प्रेम नगर में अपना घर हम बसायेंगे मेरे घर का तू मेहमान बन जाये