STORYMIRROR

VJ Khan

Tragedy Inspirational Children

3  

VJ Khan

Tragedy Inspirational Children

मेरी बहन

मेरी बहन

1 min
151

वो बहन थी मेरी

जो मुझे बातों बातों में मिली थी 

वो बहन थी मेरी 

जिसे मैंने कभी देखा नहीं था

वो बहन थी मेरी 

जिससे मैं कभी मिला नहीं था

वो बहन थी मेरी 

जिसे मैंने बेटी की तरह माना था

वो बहन थी मेरी 

जिसे अफसर बनाना चाहता था

वो बहन थी मेरी 

जो बहुत तकलीफ में थी

वो बहन थी मेरी 

जो अब मेरे पास नहीं है

लेकिन वो बहन थी मेरी


Rate this content
Log in

More hindi poem from VJ Khan

Similar hindi poem from Tragedy