मेरे सपने
मेरे सपने
छुड़ा माँ का आँचल,
जमा करा दिया मुझे,
विद्या की दुकानो में।
किसी को क्या मालूम,
कितना बोझ था किताब में ।
छुड़ा माँ का आँचल,
जमा करा दिया मुझे,
विद्या की दुकानो में।
किसी को क्या मालूम,
कितना बोझ था किताब में ।